बुधवार, 28 नवंबर 2012
बुधवार, २८ नवंबर २०१२
यीशु मसीह का संदेश जो दूरदर्शी Maureen Sweeney-Kyle को नॉर्थ रिजविले, यूएसए में दिया गया था।

"मैं तुम्हारा यीशु हूँ, अवतार लेकर जन्म लिया।"
“आज मैं तुम्हें हर स्थिति में आशा के आंतरिक महत्व को दोहराने आया हूँ। आशा के बिना तुम विश्वास नहीं कर सकते; विश्वास के बिना तुम यकीन नहीं कर सकते। अगर तुम यकीन नहीं करते हो, तो तुम्हारी प्रार्थनाएँ मेरे दिल तक पहुँचने से रह जाती हैं। ये प्रार्थनाएँ, अपर्याप्त आशा से बोझिल होकर, ऐसी भोजन की तरह होती हैं जो सपाट है - नमक से सीज़न न किया गया।” [वह मुस्कुराते हैं। वह जानते हैं कि मुझे नमक पसंद है।]
“तुम जानते हो कि ऐसा खाना कितना बेस्वाद होता है। मैं तुम्हें बता रहा हूँ, प्रार्थना करते समय शैतान को तुम्हारे दिल में निराशा भरने मत दो। प्रार्थना शुरू करने से पहले, मुझसे अपने दिल को विश्वास, आशा और प्रेम से भरने के लिए कहो। मैं ऐसी प्रार्थना का सम्मान करूँगा। तब तुम्हारी प्रार्थनाएँ मेरे हृदय को भेदेंगी और सबसे बड़ी कृपा लाएंगी।”